अगर आपको लगता है कि ऑफिस में सिर्फ काम से पहचान मिलती है — तो प्यारे, आप बहुत भोले हैं!

असली गेम तो वही है जो बॉस के मूड, कैंटीन की गॉसिप और मीटिंग्स में चालाकी से चलता है।

यहाँ स्टेपलर कौन ले गया, ये जानना भी उतना ही ज़रूरी है जितना टारगेट पूरा करना। तो तैयार हो जाइए — क्योंकि ये सिर्फ नौकरी नहीं, ‘डेली सोप’ है!

किसी ग्रुप में शामिल न हों, न ही किसी का पक्ष लें।

जब आपका फोकस केवल काम पर होता है, तो लोग आपको राजनीति में घसीट नहीं पाते।

मीटिंग्स, निर्देश या बातचीत का संक्षिप्त नोट्स रखना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है, खासकर जब कोई आपको फंसाने की कोशिश करे।

सबके साथ अच्छे रिश्ते रखें, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा निजी न हों।

ऑफिस की चुगली या अफवाहों में शामिल न हों।

दूसरों की बात ध्यान से सुनें और समझने की कोशिश करें।

हमेशा जवाब देना ज़रूरी नहीं — कभी-कभी चुप रहना ही बेहतर होता है।

अगर कोई आपके पास गॉसिप लेकर आए, तो बात को बदल दें या चुपचाप निकल जाएं।

सबके साथ विनम्रता और प्रोफेशनल व्यवहार बनाए रखें।

अगर मामला गंभीर हो जाए या मानसिक तनाव देने लगे, तो भरोसेमंद सीनियर या HR से शांतिपूर्वक बात करें।