क्या आपने कभी ऐसे गाँवों के बारे में सुना है जहाँ दरवाज़े नहीं होते या हर बच्चा जुड़वां होता है?

जानिए भारत के 10 सबसे अनोखे गाँवों के बारे में, जिनकी कहानियाँ वाकई अविश्वसनीय हैं!

शनि शिंगणापुर (महाराष्ट्र) यहाँ किसी घर में दरवाज़ा नहीं होता – फिर भी चोरी नहीं होती!

कोधिन्ही (केरल) जुड़वां बच्चों का गाँव" – यहां हर परिवार में जुड़वां बच्चे होते हैं!

मावलिननोंग (मेघालय) एशिया का सबसे स्वच्छ गाँव, और पूरी तरह महिला प्रधान समाज।

हिवरे बाजार (महाराष्ट्र) कभी सूखा पड़ा गाँव, आज जल-संरक्षण से बना रोल मॉडल।

शेटपाल (महाराष्ट्र) यहाँ हर घर में साँपों के लिए जगह बनी होती है – फिर भी कोई डर नहीं!

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कुलधरा (राजस्थान) भूतिया गाँव" – जिसे एक रात में पूरा गाँव खाली कर गया, आज भी रहस्य बना हुआ है।

ढापोली (महाराष्ट्र) गाँव जहाँ हर कोई शिक्षित है – 100% साक्षरता दर।

जतिंगा (असम) रहस्यमयी पक्षियों की आत्महत्या की जगह – वैज्ञानिक भी हैरान हैं।

मत्तूर (कर्नाटक) यह गाँव पूरी तरह संस्कृत में बातचीत करता है – एक जीवित परंपरा!

पिपलांत्री (राजस्थान) हर लड़की के जन्म पर 111 पेड़ लगाए जाते हैं – पर्यावरण और नारी का अद्भुत संगम।