महाकुम्भ 2025 मिस वर्ल्ड टूरिज्म ईशिका तनेजा ने अपनाया सनातन धर्म, ग्लैमर को कहा अलविदा
कुम्भ में ईशिका तनेजा, पूर्व ब्यूटी क्वीन और 2017 में आई फिल्म ‘इंदु सरकार’ में अपनी भूमिका के लिए जानी जाती हैं, ने ग्लैमर की दुनिया को अलविदा कहकर सनातन धर्म का मार्ग अपनाया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान गंगा नदी में डुबकी लगाकर अपने नए जीवन की शुरुआत की। 2018 में मिस वर्ल्ड टूरिज्म का खिताब जीतने वाली ईशिका अपने आध्यात्मिक परिवर्तन के बाद महिलाओं की समाज में भूमिकाओं पर दिए गए अपने बोल्ड बयानों के लिए भी चर्चा में रहीं।
माह कुम्भ में भी उन्होंने महिलाओं के लिए बहुत कुछ बताया है। उन्होंने कहा एक चुटकी सिंदूर आपको हलला से बचाता है। और भी बहुत मैसेज समाज में महिलाओ को दिए।
महाकुम्भ 2025 अभिनय करियर को अलविदा:
29 जनवरी को महाकुंभ में पवित्र जल में डुबकी लगाने से पहले, ईशिका तनेजा ने मध्य प्रदेश के जबलपुर में अपनी गुरु दीक्षा समारोह में भाग लिया। उन्होंने शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज से आध्यात्मिक दीक्षा प्राप्त की। आज तक के अनुसार, अपने नए मार्ग के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं एक गौरवान्वित सनातनी हूं। मैं सेवा की भावना से जुड़ी हुई हूं। महाकुंभ में बहुत से दिव्य शक्तियां के दर्शन हुए हैं। यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि मुझे शंकराचार्य जी से गुरु दीक्षा मिली है। गुरु होने से मुझे जीवन में दिशा मिली है।” यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है।
उन्होंने शोबिज से आध्यात्मिकता तक की अपनी यात्रा को ‘बहना’ बताया और कहा कि फिल्मों और म्यूजिक वीडियो में वर्षों काम करने के बाद आखिरकार वह ‘घर लौट आई हैं’। महिलाओं के सच्चे उद्देश्य के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “महिलाओं को छोटे कपड़े पहनकर नाचने के लिए नहीं बनाया गया है। उन्हें सनातन की सेवा के लिए बनाया गया है।” ईशिका तनेजा ने स्पष्ट किया कि उनकी पिछली जीवनशैली में लौटने की कोई योजना नहीं है। हालांकि, उन्होंने भविष्य में फिल्में बनाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया।
महाकुम्भ 2025 ईशिका का शोबिज करियर:
2016 में, तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ईशिका को 100 महिला अचीवर्स ऑफ इंडिया श्रेणी में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया था। उन्होंने विक्रम भट्ट द्वारा निर्मित और लिखित वेब श्रृंखला ‘हद’ में अभिनय किया और 60 मॉडलों पर सिर्फ 60 मिनट में 60 पूर्ण एयरब्रश मेकअप करके गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
महाकुम्भ 2025 सनातन धर्म की ओर झुकाव:
ईशिका तनेजा का यह परिवर्तन अचानक नहीं हुआ है। उनके बयानों और गतिविधियों से उनके आध्यात्मिक रुझान का पता चलता रहा है। उन्होंने हमेशा सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति के मूल्यों का समर्थन किया है। महिलाओं की भूमिका और समाज में उनके योगदान के बारे में उनके विचार हमेशा स्पष्ट रहे हैं। उन्होंने हमेशा महिलाओं को अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित किया है।
महाकुम्भ 2025 गुरु दीक्षा का महत्व:
शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज से गुरु दीक्षा प्राप्त करना उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण क्षण है। गुरु दीक्षा एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें गुरु शिष्य को ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। यह शिष्य के आध्यात्मिक विकास के लिए एक नई दिशा प्रदान करता है। ईशिका का कहना है कि गुरु की प्राप्ति ने उन्हें जीवन का सही मार्ग दिखाया है। यह एक सच्चा अनुभब है।
महाकुंभ 2025 में भागीदारी:
महाकुंभ 2025 में ईशिका की भागीदारी उनके आध्यात्मिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। महाकुंभ एक ऐसा अवसर है जहां लाखों लोग गंगा नदी में स्नान करके अपने पापों को धोते हैं और मोक्ष की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करते हैं। ईशिका ने भी गंगा में डुबकी लगाकर अपने नए जीवन की शुरुआत की है।
महाकुम्भ 2025 महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण:
ईशिका तनेजा ने महिलाओं के बारे में अपने विचार खुलकर व्यक्त किए हैं। उनका मानना है कि महिलाओं को समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने महिलाओं को अपनी संस्कृति और परंपराओं का पालन करने और सनातन धर्म की सेवा में लगने के लिए प्रोत्साहित किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि महिलाओं को छोटे कपड़े पहनकर नाचने के लिए नहीं बनाया गया है, बल्कि उन्हें समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए बनाया गया है।
महाकुम्भ 2025 भविष्य की योजनाएं:
ईशिका तनेजा ने स्पष्ट किया है कि उनकी अभिनय में लौटने की कोई योजना नहीं है। हालांकि, उन्होंने भविष्य में फिल्में बनाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया है। वह अपने आध्यात्मिक जीवन पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं और सनातन धर्म की सेवा में अपना जीवन समर्पित करना चाहती हैं। और समाज की सेवा करना चाहती है।
ईशिका तनेजा का ग्लैमर की दुनिया से आध्यात्मिकता की ओर परिवर्तन एक प्रेरणादायक कहानी है। उन्होंने समाज को यह दिखाया है कि जीवन में सच्ची खुशी और शांति आध्यात्मिकता में ही है। उनका यह निर्णय उनके साहस और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। उन्होंने यह भी साबित किया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती हैं, चाहे वह ग्लैमर की दुनिया हो या आध्यात्मिकता का मार्ग। ईशिका तनेजा का जीवन हमें यह सीख देता है कि हमें अपने मूल्यों और सिद्धांतों के प्रति सच्चे रहना चाहिए और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
उनका भविष्य उज्जवल हो और वह अपने आध्यात्मिक मार्ग पर निरंतर प्रगति करती रहें, यही हमारी कामना है। उन्होंने अपने जीवन के इस महत्वपूर्ण मोड़ पर जो निर्णय लिया है, वह निश्चित रूप से कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। उनका यह सफर हमें याद दिलाता है कि जीवन में परिवर्तन неизب्य है और हमें खुले दिल से नए अनुभवों को स्वीकार करना चाहिए।